- काला चावल एक औषधीय गुण वाला पौधा है. इस में प्रचुर मात्रा में एंटीऔक्सीडेंट और एंथोसाइन नामक घटक पाए जाते हैं, जो कैंसर, डायबिटीज,
- दिल की बीमारी को ठीक करने में काफी सहायता करते हैं. साथ ही, इस में फाइबर,विटामिन बी, ई, कैल्शियम, जिंक आदि खनिज
पदार्थ पाए जाते हैं, जो अधिक पौष्टिक होने से कुपोषित लोगों के लिए फायदेमंद हैं.इस के अलावा यह चावल हाई ब्लडप्रैशर,
कोलेस्ट्रोल, अर्थराइटिस के साथसाथ कई औरबीमारियों को ठीक करने और बालों को काला करने में भी लाभकारी है. - काले चावल की खेती मुख्य रूप से असम, मणिपुर राज्य में की जाती है. औषधीय गुणों के कारण बाजार में इस का मूल्य 200 से
500 रुपए प्रति किलोग्राम तक है. - राहुल कुमार धान कटवा कर चावल की अच्छी तरह से पैकेजिंग और मार्केटिंग कर के 200 से 250 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से
बेच कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं, जो इस समय किसानों के लिए प्रगतिशील किसान के रूप में प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं. - काले चावल के दाम, उत्पादन और औषधीय गुणों को देख कर अब अन्य किसानों में भी इस की खेती का क्रेज बढ़ रहा
है. डा. विकास कुमार ने बताया कि वे ऐसी फसलों पर अनुसंधान करते रहते हैं, जो इस क्षेत्र में नहीं उगाई जाती हैं और बाजार में जिन
का अधिक दाम होता है. इस से किसानों की आय में इजाफा होगा.
खाद की पूर्ति के लिए डीकंपोजर और गोमूत्र से बना जीवामृत इस्तेमाल किया गया. रोग व 2 कीट प्रबंध के लिए नीम का तेल व जैविक कीटनाशकों का
प्रयोग किया गया.