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जायद सब्जियों का समेकित कीट प्रबंधन

सब्जियों के कुल उत्पादन में जायद सब्जियों का प्रमुख स्थान है, गरमी के महीनों में ये मुख्य आहार का काम करती है, दूसरी ऋतुओं की फसलों की तरह इनमें भी कीटों का प्रकोप होता है, जिस से उत्पादन और गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता है, इसलिये यह जरूरी है कि किसानों को जायद की सब्जियों …

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चूहा प्रबन्धन

घर से खेत तक कैसे करें।हमारे यहॉं ग्रामीण क्षेत्रों में चूहे को विभिन्न नामों से जाना जाता है, कहीं चुहिया, कहीं मूस, तो कहीं मूसी कहते हैं, चूहा घर व खेत-खलिहान तक हानि पहुंचाता है। चूहे द्वारा हानि घरों में हानि: चूहे घरों में रखे सामान को खा जाते हैं, चूहों के काटने से मनुष्य …

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मिर्च की खेती कैसे करें

मिर्च की फसल नगदी फसल के रूप में की जाती है. इसकी खेती कर किसान भाई कम समय में ज्यादा कमाई कर सकते है. मिर्च का मसालों के रूप में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. मसाले के अलावा मिर्च का इस्तेमाल अचार, चटनी, सलाद और सब्जी के रूप में भी किया जाता है. मिर्च …

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इफको नैनो यूरिया तरल के लाभ और सावधानियां

IFFCO Kisan नैनो यूरिया नैनो तकनीकी पर आधारित एक अनूठा उर्वरक है जो कि विश्व में पहली बार विकसित किया गया है तथा भारत सरकार द्वारा अनुमोदित भी है. फसल की क्रांति का अवस्थाओं पर नैनो यूरिया का पत्तियों पर छिड़काव करने से नाइट्रोजन की सफलतापूर्वक आपूर्ति हो जाती है, जिससे उत्पादन वृद्धि के साथ-साथ …

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पपीते की खास किस्म ‘रैड लेडी’

पपीते की एक खास किस्म पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना द्वारा विकसित की गई है, जिसे ‘रैड लेडी’ नाम दिया गया है. यह एक संकर किस्म है. इस किस्म की खासीयत यह है कि नर व मादाफूल एक ही पौधे पर होते हैं, लिहाजा हर पौधे से फल मिलने की गारंटी होती है.पपीते की दूसरी किस्मों …

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गेहू का उत्पादन दोगुना चाहते है तो लगाए यह किस्म

MACS 6478   भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के एक स्वायत्त संस्थान, अघारकरअनुसंधान संस्थान ने एमएसीएस 6478 नामक गेहूं की एक ऐसी किस्म विकसित की है, जोउत्पादन को दोगुना तक बढ़ा सकती है. ज्यादा उत्पादन मतलब ज्यादा मुनाफा. वैज्ञानिक इसे गेहूंकी सबसे बेहतरीन किस्म मान रहे हैं. गेहूं की इस किस्म की खास …

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मशरूम की खेती

मशरूम की खेती अब पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो रही है. मशरूम की खेती सीधे आजीविका में सुधार कर सकती है. इस का आर्थिक पोषण और औषधीय योगदान बहुत है. यह ग्रामीणविकास, महिलाओं और युवाओं के अनुकूल पेशे का माध्यम बन सकता है. उत्पादन तकनीक कंपोस्ट की तैयारी कंपोस्ट कृत्रिम ढंग से बनाया गया वह …

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गेंदा फूल की खेती

गेंदा फूल को शादीब्याह,जन्मदिन, सरकारी व निजी संस्थानों में आयोजित विभिन्न समारोहों के अवसर पर,पंडाल, मंडपद्वार और गाड़ी,सेज आदि सजाने व अतिथियोंके स्वागत के लिए माला,बुके, फूलदान सजाने में भीइस का प्रयोग किया जाता है. गेंदा की खेती खरीफ,रबी व जायद तीनों मौसम में की जाती है. पूर्वांचल में गेंदा की खेती की काफी संभावनाएं …

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काले चावल का उत्पादन

काला चावल एक औषधीय गुण वाला पौधा है. इस में प्रचुर मात्रा में एंटीऔक्सीडेंट और एंथोसाइन नामक घटक पाए जाते हैं, जो कैंसर, डायबिटीज, दिल की बीमारी को ठीक करने में काफी सहायता करते हैं. साथ ही, इस में फाइबर,विटामिन बी, ई, कैल्शियम, जिंक आदि खनिजपदार्थ पाए जाते हैं, जो अधिक पौष्टिक होने से कुपोषित …

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बायोडीकंपोजर बनाए कचरे को जैविक खाद

इफको बायोडीकंपोजर एक लाभकारी सूक्ष्म जीवों का समूह है,जो फसल अवशेष, पशुओं केबिछावन, गोबर व दूसरे कचरे को जैविक खाद के रूप में तेजी से बदल कर खेती के लिए उपयोगी बना देता है. – इफको बायोडीकंपोजर की एक बोतल से एक साल में एक लाख मीट्रिक टन से अधिक जैविक खाद का उत्पादन किया …

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