- नवजात बछड़े/बछियों में रोगों से लड़ने की क्षमता बहुत कम होती है।भैंस के बच्चे में यह क्षमता और भी कम होती है। खीस पिलाना
माँ से ऐसी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बच्चे में पहुंचाने का एक प्राकृतिक तरीका है। - खीस नवजात पशु को प्रकृति द्वारा दिया गया एक अमूल्य उपहार हैं।इसमें अतिरिक्त पोषक तत्त्व होते हैं जैसे दूध से 4-5 गुना प्रोटीन,
10 गुना विटामिन-ए और प्रचुर खनिज तत्व । - यह हल्का दस्तावर होता है जिससे आंतों का गंदा मल साफ हो जाता है।
खीस पीता हुआ बछड़ा
खीस पिलाओ,
बछड़े/बछियों की रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाओ