जायण्ट किंग घास
डा0 शिवाधर सिंह
से0नि0, प्रधान वैज्ञानिक
आईसीएआर, नई दिल्ली
भारववर्ष में किसानों को गाय, भैंस व बकरी को खिलाने के लिये हरे चारे की समस्या हमेशा बनी रहती है। थाईलैण्ड के कृषि वैज्ञानिकों ने जायण्ट(विषाल) किंग (राजा) घास की एक ऐसी प्रजाति विकसित की है, जिससे 01 हेक्टैयर (04 बीघा=10000 वर्ग मी0) मे 500 टन हरा चारा प्राप्त होती है। एक एकड़ में 9000 तना लगता है। तना रोपड़ के 90 दिन बार कटाई प्रारम्भ हो जाती है, बाद में 70-70 दिनों के अंतराल पर घास की कटाई होती रहती है और यह प्रकिया 5-6 साल तक चलती रहती है।
2. एक विस्वा खेत में साल में 06 टन यानि की 60 क्विटंल हरा चारा प्राप्त होता है। इस चारे को सुखाने पर औसतन 21 प्रतिशत सूखा तत्व प्राप्त होता है। जिसमें औसतन 16 प्रतिशत प्रोटीन होता है। 01 किलो सूखा चारा 05 किलो हरे चारे को सूखाने से प्राप्त होता है। 01 किलो सूखे चारे में जीवन निर्वाह पोषण के पष्चात 1400 किलो कैलोरी ऊर्जा दूध/वृद्धि के लिए अवषेष बचता है। भैंस के 01 किलों दूध में लगभग 900 किलो कैलोरी एवं गाय के 01 किलों दूध में 600 किलो कैलोरी ऊर्जा हेाती है अर्थात 01 किलों सूखे चारे से भैंस का ड़ेढ किलो एवं गाय का 02 किलों दूध प्राप्त होगा। अभी तक विष्व में इससे अधिक पोषक और अधिक उपज देने वाला चारा उपलब्ध नहीं है। इस प्रकार यह घास गाय, बकरी और भैस सबकों पंसद है। मछली को भी आराम से खिलाया जा सकता है।
पोषण चार्ट निम्नवत हैः-
प्रति पेड़ उपज | कितने दिन में काटा जाय | सूखा तत्व सूखा प्रतिशत | कच्चा प्रोटीन | कच्चा रेशा |
57 | 45 | 16 | 23-5 | 24 |
369 | 60 | 18 | 20 | 27 |
1500 | 75 | 9 | 14-4 | 31 |
2901 | 90 | 12 | 11 | 35 |
4000 | 105 | 15 | 9 | 34 |
5000 | 120 | 18 | 8 | 36 |
6000 | 135 | 19 | 7 | 33 |
7326 | 150 | 18 | 6 | 36 |
चार्ट से स्पष्ट है कि 45 दिन पर चारा काटने से न्यूनतम उत्पादन और अधिकतम प्रोटीन प्राप्त होता है। जब एक पौधा 150 दिन का हो जाता है, तो उसकी लंबाई 15 फीट, डायमीटर 02 से0मी0 और वजन 07 किलों से अधिक हो जाता है। एक पेड़ से पचासों कल्ले जमीन से अलग से निकलते है।
खाद प्रति हेक्टेयरः यूरिया 200 किलों एसपी- 36-150 किलो, केसीएल 150 किलो, 500 मिली लीटर व्यावसयिक आर्गेनिक फर्टिलाइजर, 5000 किलो केचुआ की खाद।
स्त्रोत- KAMBINGJOYNIM.COM
ग्राम – शिव खेड़ा, अलवर राजस्थान मो0नं0- 8949504368, 7976260334 के श्री अमीलाल चावड़ा भाई बताते है कि इस चारे को खिलाने से गाय के पेट में गैस नही बनती है, गाय समय से गर्मधारण कर लेती है। असमय गर्भपात नही होता है। पौष्टिकता अधिक होने के कारण 50 प्रतिशत राशन में कटौती हो जाती है और 20 प्रतिशत अधिक दूध का उत्पादन होता है। श्री अमीलाल भाई 1.5 से 2 रूपये मे एक तना बेचते है। ट्रान्सपोर्टर का किराया अलग से देना होता है।