यह बीमारी मक्खियों के काटने से फैलती है क्योंकि मक्खियों में इस रोग
के कीटाणु पाये जाते हैं।
लक्षण
- पशु खाना छोड़ देते हैं।
- तेज बुखार आता है और लार
बहती है। - पशु इधर-उधर बैचेनी से घूमता है या गोलाई में चक्कर लगाता है।
- पशु बार-बार काँपते हुए उठता है, गिरता है, फिर उठता है।
- आँखे लाल हो जाती हैं, आँखो से पानी निकलता है।
- तत्काल इलाज न होने पर जानवर मर जाता है।
रोकथाम
- पशु घर साफ-सुथरा, सूखा रखें।
- हवा और प्रकाश की अच्छी व्यवस्था हो जिससे मक्खियों का प्रकोप
कम होगा। - मक्खियों को भगाने के लिये कीटनाशक दवाएं प्रयोग करें।
उपचार
- उपर्युक्त लक्षणों में से किसी एक के भी दिखाई देने पर
तत्काल पशु चिकित्सक सेसम्पर्क करें
यदि पशुघर रखेंगे स्वच्छ
तो न मक्खी, न ‘चकरी’ का कष्ट